नीचे की फोटो देख कर मूड बिगड़ सकता है।
अनुरोध के लिए धन्यवाद। यह प्रश्न का उत्तर जानना हर एक मां के लिए और शायद हर एक पिता के लिए बहुत जरूरी है,
कीड़ा जो बच्चों के पेट में होता है। इसे पिनवॉर्म थ्रेडवर्म या फिर किर्मी कहते हैं। यह ज्यादा मीठा खाने से बाहरी चीजों (उन्हाइजेन) के खाने से ज्यादा विकसित होते हैं।
फोटो सोर्स: गूगल
यह बच्चे का Anus है, कभी-कभी या मलद्वार से निकलकर पेशाब के रास्ते में भी चला जाता है, और इन्फेक्शन फैलाता है,
बचने के लिए बच्चे को साल में एक बार दो खुराक एल्बेंडाजोल पिलाएं डॉक्टर के सलाह अनुसार।
यह कीड़ा रात में ज्यादा सक्रिय रहता है और Anus में जाकर के अंडे देता है। जब पूरा बॉडी शांत होता है रात में सोते वक्त यह कीड़ा Anus में अपने अंडे देने के लिए आतें हैं, और तभी बच्चे को बेचैनी महसूस और Anus में ईचिंग होने लगता है।
मैं इसी दवा का इस्तमाल करती हूं।बड़े बच्चे सबके लिए।
दुष्प्रभाव या संकेत।
- खाने में रुचि नहीं दिखाना
- तरीके से ग्रोथ ना होना
- चेहरा में चमक ना होना या पीला दिखना
- रात में या सोने के समय बच्चों का ज्यादा हो रोना।
- वजन में कमी।
- बार-बार उंगलियों से Anus को नोचना
- मल त्याग ठीक से ना होना।
Edit : पेट कीड़े को हल्के में ना लें क्योंकि यह किसी बीमारी का जड़ भी हो सकता है ।
मैं अपने बच्चे को हर साल बरसात के दिनों में ( जुलाई से अगस्त )एक बार दो खुराक यह दवाई जरूर पिलाती हूं।
मैने अपना अनुभव बांटा है ,कृपया आप एक बार डॉक्टर से सलाह जरूर लें इसे इस्तेमाल करने से पहले।
मेरे ख्याल से यही एक दर्द और दुख है जो बच्चे समझ नहीं पाते और बड़ों को बता नहीं पाते ।
माही की मम्मा।
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